Friday, 24 February 2012

Mazaa hi kuchh aur hai

दांतों से नाख़ून काटने का
छोटों कों जबरदस्ती डांटने का
पैसे वालों कों गाली बकने का
मूंगफली के ठेले से मूंगफली चखने का
और डीटीसी की बस की सीट में से स्पंज निकालने का
      मज़ा ही कुछ और है

एक ही खूंटी पर ढेर सारे कपड़े टांगने का
नए साल पर दुकानदारों से कलेंडर मांगने का
      चलती ट्रेन पर चढ़ने का
       दूसरे की चिठ्ठी पढ़ने का
       मांगे हुए स्कूटर कों तेज भगाने का
  और नींद न आने पर दूसरों कों जगाने का
      मज़ा ही कुछ और है

  चोरी से फल फूल तोडने का
खराब टियूब लाइट और मटके फोड़ने का
   पडोसिन कों घूर घूर कर देखने का
अपना कचरा दूसरों के घर के सामने फेकने का
             बाथरूम में बेसुरा गाने का
             जीभ से चीनी चाटने का
      और थूक से टैटू चिपकाने का
           मज़ा ही कुछ और है

         आफिस में देर से जाने का
फाइल कों जबरदस्ती दबाने का
 चाट वाले से फोकट में चटनी डलवाने का
बारात में गुलाब जामुन खाने का
और ससुराल में साली से चाय मंगवाने का
     मज़ा ही कुछ और है

फोकट की दारू पीने का
अपना सबसे फटा हुआ नोट आरती में चढ़ाने का
   दूसरों के मोबाइल से चिपकने का
पान और गुटके कों इधर उधर पिचकने का
   कमजोर से बेमतलब लड़ने का
और लड़कियों कों रोज रोज परेशान करने का
     मज़ा ही कुछ और है !! 

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